महाराष्ट्र में ओला के 121 स्टोर्स बंद: ट्रेड सर्टिफिकेट न होने पर RTO की बड़ी कार्रवाई

ओला इलेक्ट्रिक के 121 स्टोर्स बंद होने की पूरी कहानी

महाराष्ट्र सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लेते हुए ओला इलेक्ट्रिक के 121 स्टोर्स को बंद करने के निर्देश दिए हैं। यह कार्रवाई ट्रेड सर्टिफिकेट न होने और अनरजिस्टर्ड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बेचने के आरोप में की गई है। इससे पहले, पिछले महीने RTO (रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस) ने ओला के कई स्टोर्स पर छापेमारी की थी, जिसमें 36 व्हीकल्स जब्त किए गए थे।

5W1H: क्या, कब, कहाँ, क्यों, कौन और कैसे?

  • क्या हुआ? ओला इलेक्ट्रिक के 121 स्टोर्स बंद करने का आदेश जारी हुआ।
  • कब हुआ? पिछले महीने RTO ने छापेमारी की, और अब स्टोर्स बंद करने का निर्णय लिया गया।
  • कहाँ हुआ? महाराष्ट्र के अलावा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी ओला के स्टोर्स पर छापे पड़े।
  • क्यों हुआ? ट्रेड सर्टिफिकेट की कमी और अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की बिक्री के कारण।
  • कौन जिम्मेदार? ओला इलेक्ट्रिक का कंप्लायंस विभाग और ट्रांसपोर्ट अधिकारी
  • कैसे हुआ? RTO ने 146 स्टोर्स की जांच की, जिनमें से 121 में जरूरी दस्तावेज नहीं मिले।

ओला पर RTO की कार्रवाई: मुख्य घटनाक्रम

1. 36 व्हीकल्स जब्त, 121 स्टोर्स बंद

महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट विभाग ने ओला इलेक्ट्रिक के 146 स्टोर्स की जांच की, जिनमें से 121 में ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं पाए गए। इसके बाद, 36 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को जब्त कर लिया गया और स्टोर्स को बंद करने का आदेश दिया गया।

2. देशभर में 32 स्टोर्स पर छापे

अब तक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 32 स्टोर्स पर RTO की छापेमारी हो चुकी है। इनमें से 50 से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जब्त की गई हैं।

3. ओला के शेयर में भारी गिरावट

इस घटनाक्रम का असर ओला इलेक्ट्रिक के शेयर पर भी पड़ा है। पिछले 6 महीनों में कंपनी के शेयर में 34% की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि एक साल में यह 40% से अधिक नीचे आया है। बुधवार को ओला का शेयर ₹53.02 पर बंद हुआ, जो कंपनी के लिए चिंता का विषय है।


ओला के स्टोर्स पर हुईं 4 बड़ी छापेमारियाँ

1. 8 मार्च: देशव्यापी कार्रवाई

  • कई राज्यों में ओला के स्टोर्स पर छापेमारी।
  • ट्रेड सर्टिफिकेट न होने के कारण कई स्टोर्स सील किए गए।
  • कई इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जब्त की गईं।

2. 12 मार्च: जबलपुर (MP) में रेड

  • 2 स्टोर्स पर RTO की कार्रवाई।
  • 14 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जब्त की गईं।

3. 18 मार्च: इंदौर में कार्रवाई

  • 4 स्टोर्स पर छापेमारी।
  • कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

4. 17-19 मार्च: मुंबई-पुणे में रेड

  • 26 स्टोर्स पर छापेमारी।
  • 36 व्हीकल्स जब्त की गईं।

ओला पर कार्रवाई का मुख्य कारण

1. प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स की शिकायत

  • गुरुग्राम की कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट न होने की शिकायत दर्ज कराई।
  • इसके बाद महाराष्ट्र RTO ने जांच शुरू की।

2. 95% स्टोर्स के पास नहीं थे जरूरी दस्तावेज

  • ओला ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर्स खोले हैं।
  • इनमें से केवल 100 स्टोर्स के पास ट्रेड सर्टिफिकेट थे।
  • 95% स्टोर्स में बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं था, जिसके कारण कार्रवाई हुई।

ओला इलेक्ट्रिक का पक्ष

ओला इलेक्ट्रिक ने RTO की कार्रवाई को “गलत और पक्षपातपूर्ण” बताया है। कंपनी का दावा है कि:

  • कोई व्हीकल जब्त नहीं किया गया
  • सभी व्हीकल्स मोटर व्हीकल एक्ट का पालन करते हैं।
  • डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स रखना कानूनी है।

हालाँकि, ट्रांसपोर्ट विभाग ने इन दावों को खारिज कर दिया है।


निष्कर्ष: ओला के लिए क्या आगे चुनौतियाँ हैं?

  • कानूनी अनुपालन को लेकर सख्त नियमों का पालन करना होगा।
  • स्टोर्स को फिर से खोलने के लिए जरूरी सर्टिफिकेट लेना होगा।
  • निवेशकों का भरोसा बनाए रखने के लिए शेयर प्रदर्शन में सुधार करना होगा।

Leave a Comment