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Tesla: टेस्ला की राह में कांटे ही कांटे, भारत तो आ जाएगी कार, लेकिन चार्ज करने में छूटेंगे पसीने, जानिए वजह

Tesla: टेस्ला की राह में कांटे ही कांटे, भारत तो आ जाएगी कार, लेकिन चार्ज करने में छूटेंगे पसीने, जानिए वजह

Tesla Car- photo by social media


टेस्ला के लिए भारत में क्यों है चुनौतियां? (5W1H)

क्या? भारत की नई ईवी नीति के तहत, टेस्ला जैसी विदेशी कंपनियों को चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर सीमित निवेश करना होगा।
कब? हाल ही में जारी नीति के अनुसार।
कहां? भारतीय बाजार में।
क्यों? सरकार चाहती है कंपनियां पहले फैक्ट्री लगाएं, न कि सिर्फ आयातित कार बेचें।
कौन? एलन मस्क की टेस्ला और अन्य वैश्विक ईवी ब्रांड।
कैसे? 500 मिलियन डॉलर निवेश के बाद ही आयात शुल्क में छूट मिलेगी।


फैक्ट्री लगाना है अनिवार्य

Tesla car photo by the American prospect

नई EV Policy के मुताबिक, भारत में कार बेचने के लिए कंपनियों को:

टेस्ला चाहती है पहले आयात कर बाजार टेस्ट करे, लेकिन नीति उसे फैक्ट्री लगाने को बाध्य करती है।


चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर सिर्फ 5% निवेश की अनुमति

EV नीति का सबसे बड़ा झटका चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर है:


चार्जिंग स्टेशनों की कमी: टेस्ला के लिए बड़ी रुकावट

Tesla car on Charging point-photo by the New York Time

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