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1 अप्रैल से इनएक्टिव मोबाइल नंबर्स पर बंद होगा UPI: NPCI का साइबर फ्रॉड रोकने का बड़ा कदम

1 अप्रैल से इनएक्टिव मोबाइल नंबर्स पर बंद होगा UPI

1 अप्रैल से इनएक्टिव मोबाइल नंबर्स पर बंद होगा UPI-Aj Tak

मुख्य जानकारी


1. NPCI का नया नियम: इनएक्टिव नंबर्स पर UPI बंद

नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर एक नया सुरक्षा नियम लागू किया है। 1 अप्रैल 2024 से, अगर किसी यूजर का मोबाइल नंबर लंबे समय से इनएक्टिव है या बंद होने के बाद दोबारा एक्टिव किया गया है, तो उसे UPI सिस्टम से डिलिंक कर दिया जाएगा।

किन यूजर्स पर पड़ेगा असर?

बैंक और पेमेंट ऐप्स क्या करेंगे?


2. साइबर फ्रॉड रोकने के लिए NPCI की योजना

NPCI ने यह कदम साइबर ठगी और अनऑथराइज्ड ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए उठाया है। कई बार, बंद मोबाइल नंबर्स को टेलीकॉम कंपनियां दूसरे यूजर्स को दे देती हैं। अगर पुराने नंबर से बैंक अकाउंट लिंक्ड है, तो नया यूजर फ्रॉड कर सकता है

फ्रॉड के प्रमुख तरीके:

  1. पुल ट्रांजैक्शन का दुरुपयोग – मर्चेंट फर्जी पेमेंट रिक्वेस्ट भेजते हैं।
  2. ओटीपी फिशिंग – इनएक्टिव नंबर के नए मालिक को OTP मिलता है।
  3. अनऑथराइज्ड UPI लिंकिंग – पुराने नंबर से नया UPI ID बनाकर पैसे निकाले जाते हैं।

3. पुल ट्रांजैक्शन फीचर भी हो सकता है बंद

NPCI, UPI पुल ट्रांजैक्शन पर भी रोक लगाने पर विचार कर रहा है। इस फीचर में:

क्यों हो सकता है बंद?

अगर पुल ट्रांजैक्शन बंद हुआ तो क्या होगा?


4. यूजर्स क्या करें? सुरक्षित रहने के टिप्स

अगर आप UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:

1. मोबाइल नंबर एक्टिव रखें

2. पुल ट्रांजैक्शन पर सावधानी

3. UPI सुरक्षा बढ़ाएं


5. UPI का भविष्य और सरकार की योजनाएं

सरकार डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा दे रही है। कुछ प्रमुख लक्ष्य:

UPI के फायदे

✅ तेज और सुरक्षित पेमेंट
✅ बिना चार्ज पैसा ट्रांसफर
✅ QR कोड/मोबाइल नंबर से आसान पेमेंट


निष्कर्ष

NPCI का यह निर्णय UPI को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर आपका मोबाइल नंबर इनएक्टिव है, तो 1 अप्रैल से पहले इसे एक्टिव कराएं, नहीं तो UPI सर्विस बंद हो सकती है। साथ ही, पुल ट्रांजैक्शन पर नए नियम आने की संभावना है, जिससे फ्रॉड कम होगा।

अगर आप UPI यूजर हैं, तो इन सुरक्षा उपायों को अपनाकर सुरक्षित रहें!

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