1 अप्रैल 2025 से सिम कार्ड पर नए नियम: पूरी जानकारी SIM Card Rules 2025

भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने सिम कार्ड से जुड़े चार नए नियमों (SIM Card Rules 2025) की घोषणा की है, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य साइबर फ्रॉड को रोकना और मोबाइल उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यदि आप मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नए सिम कार्ड खरीदने या बेचने से पहले इन नियमों को समझ लेना आवश्यक है, अन्यथा आपको कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।


नए नियमों की मुख्य विशेषताएं

1. आधार कार्ड आधारित बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य

अब नया सिम कार्ड खरीदने के लिए आधार कार्ड से जुड़े बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजरना अनिवार्य होगा। बिना वेरिफिकेशन के सिम कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।

प्रभाव:

  • फर्जी या किसी और के नाम पर सिम कार्ड लेना असंभव हो जाएगा।
  • साइबर ठगी करने वालों पर कड़ा नियंत्रण रहेगा।

2. सिम कार्ड डीलर्स के लिए वेरिफिकेशन अनिवार्य (SIM Card Biometric Verification)

सिम कार्ड बेचने वाले डीलर्स और एजेंट्स को भी सरकारी वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा। 31 मार्च 2025 तक उन्हें अपना वेरिफिकेशन पूरा करना होगा। यदि वेरिफिकेशन पूरा नहीं होता है, तो 1 अप्रैल 2025 से वे सिम कार्ड नहीं बेच पाएंगे।

प्रभाव:

  • सिम कार्ड की बिक्री सरकारी नियमों के तहत होगी।
  • सिम कार्ड खरीदने और बेचने की प्रक्रिया अधिक सुरक्षित होगी।

3. फर्जीवाड़ा करने वालों को 3 साल तक नया सिम नहीं मिलेगा (Cyber Fraud Prevention)

यदि कोई व्यक्ति किसी और के नाम पर सिम कार्ड लेता है या फर्जी सिम कार्ड का उपयोग करता है, तो उसे 3 साल तक नया सिम कार्ड नहीं मिलेगा। सरकार ऐसे लोगों को ब्लैकलिस्ट करेगी और उनका डेटाबेस तैयार किया जाएगा।

प्रभाव:

  • साइबर क्राइम में कमी आएगी।
  • आम लोगों को ठगी से बचाया जा सकेगा।

4. किसी और को अपना सिम कार्ड देना अपराध होगा

अब किसी और को अपना सिम कार्ड देना कानूनन अपराध होगा। यदि आपके नाम से लिया गया सिम कार्ड किसी अपराध में उपयोग किया जाता है, तो आपको भी दोषी माना जाएगा। इसके लिए 3 साल की जेल और ₹1 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।

प्रभाव:

  • सिम कार्ड का दुरुपयोग रोका जाएगा।
  • हर व्यक्ति अपने नाम के सिम कार्ड के प्रति सतर्क रहेगा।

अपने नाम पर रजिस्टर्ड सिम कार्ड की जांच कैसे करें?

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड रजिस्टर्ड हैं, तो सरकार ने इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर जाकर आप आसानी से यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

चरण-दर-चरण प्रक्रिया:

  1. सरकारी पोर्टल पर जाएं।- टेलीकॉम डिपार्टमेंट के TAFCOP पोर्टल पर जाकर पता कर सकते हैं
  2. अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  3. कैप्चा कोड भरें और “Submit” बटन पर क्लिक करें।
  4. आपके नाम पर रजिस्टर्ड सभी सिम कार्ड की जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगी।

यदि कोई अनजान नंबर आपके नाम पर रजिस्टर्ड है, तो उसे तुरंत बंद करवाएं ताकि उसका दुरुपयोग न हो सके।


नए नियम क्यों बनाए गए हैं?

सरकार ने यह कड़े नियम इसलिए बनाए हैं क्योंकि देश में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। फर्जी सिम कार्ड के माध्यम से लोगों को धोखा दिया जा रहा है। फर्जी कॉल और एसएमएस के जरिए ठगी की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके अलावा, कई लोग बिना जानकारी के दूसरों को अपना सिम कार्ड दे देते हैं, जिससे वे कानूनी मुसीबत में फंस सकते हैं।


नए नियमों के फायदे

  • साइबर फ्रॉड और ठगी के मामलों में कमी आएगी।
  • सभी सिम कार्ड की खरीद-बिक्री पूरी तरह से वैध होगी।
  • हर व्यक्ति अपने नाम पर लिए गए सिम कार्ड के लिए जिम्मेदार होगा।
  • फर्जीवाड़ा करने वाले अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
  • मोबाइल उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी और डेटा सुरक्षित रहेगा।

निष्कर्ष

1 अप्रैल 2025 से सिम कार्ड से जुड़े ये नए नियम लागू हो जाएंगे। यदि आप नया सिम कार्ड खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आधार कार्ड वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य होगा। साथ ही, फर्जी सिम कार्ड लेने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आपको क्या करना चाहिए?

  • अपने नाम पर रजिस्टर्ड सिम कार्ड की संख्या की जांच करें।
  • अपना सिम कार्ड किसी और को देने से बचें।
  • सरकार के नए नियमों का पालन करें और साइबर ठगी से बचें।

यदि आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो आपको कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, अभी से सतर्क हो जाएं और अपने मोबाइल नंबर की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

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